हिन्दी फिल्मों के जाने-माने अमिनेता शशि कपूर का 4 दिसंबर 2017 को निधन हो गया। दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता और अपनी खास मुस्कान के लिए अपने चाहने वालों के बीच मशहूर रहे मशहूर अभिनेता शशि कपूर ने कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस ली। शशि अपने पीछे दो बेटों कुणाल कपूर और करण कपूर एवं एक बेटी संजना कपूर को छोड़ गए हैं। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सूचना प्रसारण मंत्री समेत समाज के तमाम वर्गों के लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया है।
18 मार्च, 1938 को कोलकाता में जन्मे शशि कपूर मशहूर अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के छोटे बेटे थे। शम्मी कपूर और राज कपूर उनके भाई थे। शशि कपूर ने पृथ्वी थियेटर के नाटक ‘शंकुतला’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। ‘जब-जब फूल खिले’ फिल्म के जरिए शशि की कामयाबी का सफर शुरू हुआ. यह फिल्म गोल्डन जुबली साबित हुई थी। शशि कपूर ने अपने करियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया। अमिताभ बच्चन के साथ इनकी जोड़ी खूब सराही गई थी। साल 2011 में उनको भारत सरकार ने पद्म भूषण से सम्मानित किया था। साल 2015 में उनको 2014 के दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। शशि कपूर पहले ऐसे अभिनेता थे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रिटिश और अमेरिकी फिल्मों में काम किया था। उनकी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में शेक्सपियर वाला, हाउस होल्डर और बॉम्बे टॉकीज बेहद लोकप्रिय रही हैं।