हिंदी साहित्य का एक जाना-माना नाम ‘ममता कालिया’ को साहित्य जगत के सबसे बड़े सम्मानों में से एक ‘व्यास सम्मान’ दिया गया। यह सम्मान उन्हें उनके उपन्यास ‘दुक्खम सुक्खम’ के लिए दिया गया है। पुरस्कार स्वरुप मिले साढ़े तीन लाख रुपए भी प्रदान किया गया। हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार ममता कालिया को साल 2017 के व्यास सम्मान से नवाजा गया है। दिल्ली में एक विशेष समारोह में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने ममता कालिया को ये सम्मान प्रदान किया। व्यास सम्मान पिछले दस साल में प्रकाशित किसी भारतीय नागरिक की एक उत्कृष्ट हिन्दी रचना को दिया जाता है। ममता कालिया को ये सम्मान उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘दुक्खम सुक्खम’ के लिए दिया गया है। ये उपन्यास किस्सागोई का एक अनूठा नमूना है, जिसमें एक परिवार की तीन पीढ़ियों के सहारे स्वाधीनता आंदोलन से लेकर उदारीकरण के दौर तक की स्थितियों का बखान किया गया है।