तेलुगू के प्रख्यात कवि डॉ के शिवा रेड्डी को 28 वां सरस्वती सम्मान दिए जाने की घोषणा की गयी है। के के बिरला फाउंडेशन की ओर से 76 वर्षीय रेड्डी को उनके काव्य संग्रह ‘पक्की ओत्तिगिलिते’ को वर्ष 2018 के लिए यह पुरस्कार दिया जायेगा। प्रतिवर्ष यह सम्मान संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं में प्रकाशित उत्कृष्ट साहित्यिक कृति को दिया जाता है। यह सम्मान के. के. बिड़ला फ़ाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला साहित्य पुरस्कार है। हिंदी के साहित्यकार डॉ॰ हरिवंश राय बच्चन को पहला सरस्वती सम्मान उनकी चार खंडों की आत्मकथा के लिए दिया गया था। सरस्वती सम्मान की शुरुआत 1991 में बिरला फाउंडेशन द्वारा की गयी थी। इस पुरस्कार के विजेता को 15 लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिन्ह इनामस्वरुप दिए जाते हैं।
आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिले के एक किसान परिवार में 1943 में जन्मे श्री रेड्डी गत 45 साल से साहित्य में सक्रिय हैं। उनके 23 कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। यह सम्मान दस साल की अवधि में प्रकाशित सभी पुस्तकों के लेखकों का चयन पर भारतीय भाषा में प्रकाशित किसी श्रेष्ठ कृति पर दिया जाता है। अब तक यह सम्मान विजय तेंदुलकर भैरप्पा .पद्मा सचदेव ,गोविन्द मिश्र ,सुरजीत पातर ,शंख घोष और मनोज दास जैसे लेखकों को मिल चुका है।